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डॉक्टरों का अल्टीमेटम: मांगें ना मानी तो 26 को जाएंगे मास कैजुअल लीव पर

हिमाचल में चल रही डॉक्टरों की हड़ताल आने वाले दिनों में मरीजों की सेहत पर और भारी पड़ने वाली है। डॉक्टरों ने सरकार को 25 फरवरी तक का अल्टीमेटम दिया है। अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है तो प्रदेश भर में डॉक्टर कैजुअल लीव पर रहेंगे। ऐसे में मरीजों का क्या हाल होने वाला है इसके अंदाजा सहजता से लगाया जा सकता है। अभी सुबह के समय डॉक्टर 2 घंटों की हड़ताल पर रहते हैं और इस दौरान अस्पतालों में ओपीडी के बाहर मरीजों की कतारें लग जाती हैं।

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जिला शिमला मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. दीपक कैंथला ने बताया कि पिछले 14 दिन से वे हड़ताल पर है। गत शुक्रवार को सीएम जयराम ने बातचीत के लिए बुलाया था लेकिन उनकी तबीयत खराब होने की वजह से बातचीत नहीं हो पाई। सरकार की ओर से दोबारा बातचीत के लिए बुलावा ना आने पर उन्होंने सरकार को 25 फरवरी तक का अल्टीमेटम दिया है। डॉक्टरों को यदि सरकार 25 फरवरी तक बातचीत नहीं बुलाती है और मांगें नहीं मानती है तो 26 फरवरी से सभी डॉक्टर 1 दिन के मास कैजुअल लीव पर रहेंगे। इस दौरान डिस्पेंसरी से लेकर मेडिकल कॉलेज के सभी डॉक्टर लीव पर रहेंगे और 28 तारीख को पूरे दिन की हड़ताल की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी मांग नहीं मान रही है इसलिए मजबूरन उन्हे यह कदम उठाना पड़ रह है।

डॉ दीपक ने बताया कि पेन डाउन स्ट्राइक सुबह दो घंटे की लिए की जा रही है और पूरा दिन लोगों को सेवाएं प्रदान की जा रही है। पेन डाउन स्ट्राइक के दौरान सभी चिकित्सकों ने आपातकालीन सेवाएं जारी रखीं और आगे भी यह सेवाएं जारी रहेंगी।

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