Skip to main content

कांग्रेस के मुकाबले बीजेपी को यूं हो रहा तीन गुणा नुकसान-समझे पूरा गणित

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के चुनावी दौर में वक्त की नजाकत देखिए जो कभी अपने हुआ करते थे, आज वही बागी कहला रहे हैं। नामांकन वापसी के बाद पूरे प्रदेश में तस्वीर साफ है कि किसे बागी (Rebel)कहना है और किसे दागी। कांग्रेस को यहां सात सीटों पर नुकसान है, चूंकि उसके अपने जो टिकट कटने से आहत हुए वह चुनाव मैदान से पीछे नहीं हटे। यानी कांग्रेस के बागियों की संख्या सात है। लेकिन मिशन रिपीट के बाद रिवाज बदलने का नारा देने वाली बीजेपी के तो कांग्रेस से तीन गुणा ज्यादा यानी के 21 बागी मैदान में हैं। ये वो हैं, जिन्हें जेपी नड्डा (JP Nadda) के नेतृत्व वाली बीजेपी ने टिकट नहीं दिया और वह पार्टी से मुखर हो गए। नड्डा ने उनके मान-मनौव्वल की लाख कोशिश की लेकिन नामांकन वापसी के अंतिम दिन वह टस से मस नहीं हुए और मैदान में डटे रहकर अब बागी कहला रहे हैं। यही बागी बीजेपी के लिए बडी सिरदर्द बनते दिख रहे हैं।

ये भी पढ़ेः डॉ राजेश बोले, कांग्रेस ही करवा सकती है देहरा का समग्र विकास

बीजेपी (BJP) को जिन अपनों से चुनौती मिल रही हैं उनमें चार पूर्व विधायक, एक सीटिंग एमएलए, एक मंत्री पुत्र, एक पूर्व सांसद के पुत्र और एक पूर्व सांसद शामिल हैं। पूर्व विधायकों में आनी से किशोरी लाल, नालागढ़ से केएल ठाकुर, इंदौरा से मनोहर धीमान और किन्नौर से तेजवंत नेगी भी मैदान है। इसी तरह देहरा से बीजेपी विधायक होशियार सिंह, फतेहपुर से पूर्व सांसद कृपाल परमार, बंजार से पूर्व सांसद महेश्वर सिंह के बेटे हितेश्वर सिंह, सुंदरनगर से पूर्व मंत्री रूप सिंह ठाकुर के बेटे अभिषेक ठाकुर बागी बनकर बीजेपी के नड्डा के लिए सिरदर्द बन गए हैं।

इसी तरह मंडी (Mandi)सदर से प्रवीण शर्मा सीटिंग विधायक अनिल शर्मा को मुश्किल में डालने के लिए मैदान से पीछे नहीं हटे। बिलासपुर सदर से सुभाष शर्मा, कुल्लू से राम सिंह, कांगड़ा से कुलभाष चौधरी और रोहड़ू से राजेंद्र धीरटा पार्टी के वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए काफी हैं। हमीरपुर (Hamirpur) के भोरंज से बीजेपी के पवन कुमार, नाचन से ज्ञानचंद, धर्मशाला से विपिन नैहरिया , बड़सर से संजीव शर्मा, हमीरपुर से नरेश दर्जी, चंबा सदर से इंदिरा कपूर और मनाली से महेंद्र सिंह ठाकुर बीजेपी की नींद हराम करने के लिए काफी हैं।

दूसरी तरफ कांग्रेस (Congress) की बात करें तो यहां एक पूर्व मंत्री, दो पूर्व विधायक, एक पूर्व विधायक की पत्नी और एक पूर्व मंत्री का बेटा सिरदर्द बनने वालों में शामिल है। पच्छाद में कांग्रेस कैंडिडेट दयाल प्यारी को पूर्व मंत्री गंगूराम मुसाफिर, सुलह में पूर्व विधायक जगजीवन पाल, चौपाल में पूर्व विधायक डॉ सुभाष मंगलेट, ठियोग से पूर्व विधायक की पत्नी इंदू वर्मा और पूर्व मंत्री स्व जय बिहारी लाल खाची के बेटे विजय पाल खाची और आनी में परसराम कांग्रेस के लिए बड़ा सिरदर्द बन गए हैं। कांग्रेस को लगता है कि वह प्रदेश में सरकार बना लेगी,लेकिन (Nomination) नामांकन वापस लेने के अंतिम दिन के बाद जो तस्वीर उभरकर सामने आई है,वह कांग्रेस के लिए भी डराने वाली है। कांग्रेस अभी भी इन्हें बिठाने के लिए प्रयास कर रही है,पर ये हैं कि मान ही नहीं रहे। खैर देखना होगा कि आने वाले वक्त में ये बागी कहलाने वाले किस दिशा में चलते हैं।

हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group

 

The post कांग्रेस के मुकाबले बीजेपी को यूं हो रहा तीन गुणा नुकसान-समझे पूरा गणित appeared first on Himachal Abhi Abhi.



from हिमाचल – Himachal Abhi Abhi https://ift.tt/Jza8kK4
via IFTTT

Comments

Hot Topics

#Himachal में स्थापित होंगे 7 Oxygen Plants, डीसी को भूमि चिन्हित करने के निर्देश

शिमला। भारत सरकार ने हिमाचल (#Himachal) को सात ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) स्वीकृत किए हैं। सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai ram Thakur) ने डीसी को इन ऑक्सीजन प्लांट को स्थापित करने के लिए भूमि चिन्हित करने के निर्देश दिए, ताकि इन्हें शीघ्र स्थापित किया जा सके। सीएम जयराम ठाकुर ने आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी डीसी (DC), एसपी, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य चिकित्सा महाविद्यालयों के चिकित्सा अधीक्षकों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश में कोविड-19 के बढ़ते हुए मामलों और कोविड-19 के कारण मृत्यु दर पर चिन्ता व्यक्त करते हुए अधिकारियों को सम्बन्धित जिलों में बिस्तरों की संख्या में वृद्धि करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार ने लोगों की सुविधा और गंभीर स्थिति से निपटने के लिए सभी जिला, क्षेत्रीय और नागरिक अस्पतालों में बिस्तरों की क्षमता में वृद्धि करने का भी निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निर्मित होने वाले सभी प्री-फैब्रिकेटेड कोविड केंद्रों (Prefabricated Covid Centers) का निर्...

मलबे में दबे पांच लोग जिंदा बाहर निकाले, सुबह छह बजे से जारी है रेस्क्यू आपरेशन

कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा ( Kangra) के शाहपुर की बोह घाटी के रूलेहड़ गांव में भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन ( landslide) में दबे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू आपरेशन (Rescue operation)आज सुबह छह बजे शुरु कर दिया गया है। अभी तक इस मलबे में दबे 15 में से पांच लोगों को जिंदा निकाला जा चुका है जबकि एक की जान चली गई है। अभी भी नौ लोग अभी भी मलबे में दबे हुए बताए जा रहे हैं। देर रात जिंदा निकाले गए पांच लोगों में से गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति को पीजीआई चंडीगढ ( PGI Chandigarh)रेफर किया गया है, दो को शाहपुर अस्पताल में दाखिल करवाया गया है जबकि दो अन्य ठीक होने के चलते घर पर ही हैं। रूलेहड़ गांव में भूस्खलन के चलते तीन घर पूरी तरह से मलबे में दब गए जबकि 10 घरों को नुकसान पहुंचा है। ये भी पढ़ेः   कांगड़ा के बोह में चार लोगों को बचाया, लापता को ढूंढने के लिए रेस्क्यू आपरेशन जारी आज सुबह छह बजे लापता लोगों को ढूंढने के लिए एनडीएफआर (NDRF) सहित होमगार्ड और पुलिस के जवानों ने मलबे में दबे अन्य लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। डीसी डॉ. निपुण जिंदल ने ब...

लिफ्ट पार्किंग की बिजली -पानी काटने के खिलाफ दायर याचिका खारिज

शिमला। हिमाचल हाईकोर्ट (Himachal High Court) शिमला के कोर एरिया की सबसे बड़ी लिफ्ट पार्किंग (Lift Parking in Core area of Shimla) की बिजली पानी काटने के खिलाफ दायर याचिका को खारिज (Dismissed the Petition) कर दिया है। न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान और न्यायाधीश विरेंदर सिंह की खंडपीठ ने मामले से जुड़े रिकॉर्ड का अवलोकन करने पर पाया कि प्रार्थी ने साफ नियत से कोर्ट का दरवाजा नहीं खटखटाया बल्कि नगर निगम को देय बकाया राशि के भुगतान से बचने के लिए यह याचिका दायर की है। कोर्ट ने कंपनी के निदेशक गौरव सूद के माध्यम से दायर याचिका को खारिज करते हुए कहा कि प्रार्थी 7 जनवरी को निगमायुक्त द्वारा पारित बिजली पानी काटने के आदेशों के खिलाफ एचपी म्युनिसिपल कारपोरेशन एक्ट 1994 के तहत नगर निगम (Municipal Corporation) के समक्ष अपना पक्ष रख सकता है। यह भी पढ़ें: हिमाचल हाईकोर्ट में भी नहीं हुआ सीमेंट विवाद मामले का फैसला, सुनवाई टली प्रार्थी उक्त अधिनियम के तहत ही बताई गई अपील अथॉरिटी के समक्ष अपील के माध्यम से विवादित आदेशों को चुनौती दे सकता है। कोर्ट ने प्रार्थी की इस दलील को भी सिरे से नकार दिया जिस...