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धूमल परिवार व्यक्तिगत प्रतिष्ठा का सवाल मानकर यहां है एक्टिव

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव (Himachal Pradesh assembly Elections 2022) को लेकर सियासी पारा बढने लगा है। प्रदेश की सभी 68 सीटों पर एक ही चरण में चुनाव होना है। इन्हीं में से एक सीट जो बीते विधानसभा चुनाव में बेहद चर्चा का विषय रही है वो है (Sujanpur) सुजानपुर की। सुजानपुर का रण इस मर्तबा भी कम रोचक नहीं होगा,इसमें कोई दोराय नहीं है। ये अलग बात है कि इस मर्तबा यहां बीजेपी की तरफ से पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल (Prem Kumar Dhumal) चुनावी रण में नहीं हैं। उनकी जगह पार्टी ने सेना से रिटायर्ड कैप्टन रणजीत सिंह को अपने उम्मीदवार के रूप में चुना है। मुकाबला उनका कांग्रेस के वर्तमान में यहां से विधायक राजेंद्र राणा से होगा। ये वही राणा हैं,जिन्होंने पिछली मर्तबा 2017 में बीजेपी के सीएम फेस प्रेम कुमार धूमल को हराया था। उसी के चलते ये विधानसभा क्षेत्र चर्चा का विषय बन गया। यह भी पढ़ें- हिमाचल: बीजेपी ने कुल्लू में काटा महेश्वर सिंह का टिकट,नरोत्तम को बनाया प्रत्याशी जिला हमीरपुर के अंतर्गत आती इस सीट का राजनीतिक इतिहास काफी दिलचस्प रहा है। वर्ष 2017 विधानसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस को जीत

80 पार कर चुके भी हिमाचल विस चुनाव में आजमा रहे किस्मत

हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Election 2022) के बीच कई रोचक किस्से भी सामने आ रहे हैं। आलम ये है कि उम्र के 80 वर्ष पार कर चुके बुजुर्ग (Crossed Age of 80) भी चुनाव में किस्मत आजमाने में पीछे नहीं हैं। इन चुनाव में कांग्रेस की ओर से सोलन के विधायक कर्नल धनीराम शांडिल (Col Dhaniram Shandil) की उम्र सबसे ज्यादा 82 साल है। शांडिल इस मर्तबा भी चुनाव मैदान में हैं। उनका मुकाबला अपने ही दामाद डॉ राजेश कश्यप से है। 2017 के चुनाव में भी धनीराम शांडिल अपने दामाद को हरा चुके हैं। इसी तरह कांग्रेस में कर्नल शांडिल के बाद सबसे उम्रदराज हैं। द्रंग से कांग्रेस के 8 बार के विधायक रह चुके कौल सिंह ठाकुर हैं। यह भी पढ़ें- कांग्रेस कैंडिडेट डॉ राजेश शर्मा ने देहरा में दाखिल किया नामांकन पत्र 76 साल के कौल सिंह का मुकाबला बीजेपी के पूर्ण चंद ठाकुर के साथ है। अब आगे बात करते हैं चंबा के भरमौर से ठाकुर सिंह भरमौरी की। भरमौरी 75 साल के हैं। बीजेपी ने यहां से डॉ जनक राज को मैदान में उतारा है। बिलासपुर के श्री नयना देवी सीट से कांग्रेस प्रत्याशी एवं वर्तमान विधायक ठाकुर राम लाल (Thakur Ram

डॉ पुष्पेंद्र वर्मा हमीरपुर से कांग्रेस कैंडिडेट-लंबी जद्दोजहद के बाद हुआ फैसला

कांग्रेस ने अंततः हमीरपुर विधानसभा सीट पर पूर्व विधायक डॉ पुष्पेंद्र वर्मा के नाम पर मुहर लगा दी है।  हमीरपुर सीट पर कांग्रेस को कैंडिडेट तय करने में कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा। इससे पहले कांग्रेस ने तीन चरणों में अपने 67 कैंडिडेट तय किए थे। आज अंतिम लिस्ट में आज डॉ पुष्पेंद्र वर्मा के नाम पर मुहर लग ही गई। हमीरपुर से कांग्रेस टिकट के लिए अनिता वर्मा ,  कुलदीप सिंह पठानिया, डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा और सुनील शर्मा बिट्टू के नाम चर्चा में थे। जाहिर है आज नामांकन का अंतिम दिन है। हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group The post डॉ पुष्पेंद्र वर्मा हमीरपुर से कांग्रेस कैंडिडेट-लंबी जद्दोजहद के बाद हुआ फैसला appeared first on Himachal Abhi Abhi . from हिमाचल – Himachal Abhi Abhi https://ift.tt/uXE5oOg via IFTTT

कांग्रेस कैंडिडेट डॉ राजेश शर्मा ने देहरा में दाखिल किया नामांकन पत्र

देहरा से कांग्रेस कैंडिडेट (Congress Candidate) डॉ राजेश शर्मा (Dr Rajesh Sharma) ने आज नामांकन पत्र (Nomination Papers) दाखिल कर दिया है। इस दौरान देहरा में जमकर भीड़ उमड़ी, साथ ही जोरदार नारेबाजी हुई। डॉ राजेश ने भी उमड़ी भीड़ के बीच कहा है कि अब देहरा (Dehra) से और अन्याय नहीं होने देंगे। हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group The post कांग्रेस कैंडिडेट डॉ राजेश शर्मा ने देहरा में दाखिल किया नामांकन पत्र appeared first on Himachal Abhi Abhi . from हिमाचल – Himachal Abhi Abhi https://ift.tt/kuLjPxb via IFTTT

कांग्रेस की पकड़ से दूर रहा है ये विधानसभा क्षेत्र

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Pradesh Vidhan Sabha Elections 2022) की खुमारी हर किसी पर चढ़ने लगी है। अबर इस सबके बीच बात हमीरपुर विधानसभा सीट (Hamirpur Assembly Seat) की करें तो वर्ष 2017 में ये सीट बीजेपी के नरेंद्र ठाकुर (Narendra Thakur) ने जीती थी। उन्होंने कांग्रेस के कुलदीप सिंह पठानिया (Kuldeep Singh Pathania) को 7231 वोटों के अंतर से हराया था। बीजेपी के नरेंद्र ठाकुर को 25,854 वोट मिले थे तो कांग्रेस के कुलदीप सिंह पठानिया को 18,623 वोट से ही संतोष करना पड़ा था। इस सीट के इतिहास पर नजर दौड़ाएं तो ये सीट कांग्रेस ने मात्र 2003 में जीती थी। उस वक्त कांग्रेस की अनीता वर्मा ने यहां से जीत दर्ज कर विधानसभा की चौखट पार की थी। यानी हमीरपुर सीट बीजेपी (BJP) के कब्जे वाली सीट कहलाती है। यह भी पढ़ें- हिमाचल: कांग्रेस प्रत्याशी की खुली धमकी, पहले समझाओ- ना माने तो परिणाम भुगतने को रहो तैयार वर्ष पार्टी विजेता 1977 जनता पार्टी जगदेव चंद 1982 बीजेपी जगदेव चंद 1985 बीजेपी जगदेव चंद 1990 बीजेपी जगदेव चंद 1993 बीजेपी जगदेव चंद 1998 बीजेपी उर्मिल ठाकुर 2003 कांग्रेस

हिमाचल: रिटायर्ड फौजी से मारपीट, चाचा सहित चार के खिलाफ एफआईआर दर्ज

ऊना। हिमाचल के ऊना (Una) जिला में दिवाली (Diwali) को एक रिटायर्ड फौजी के साथ मारपीट (Beating) का मामला सामने आया है। यह मारपीट बिजली की तारें हटाने को लेकर  (Retired Soldier) के चाचा और उसके परिवार के सदस्यों ने की है। मामला ऊना जिला के गगरेट पुलिस थाना के तहत मवा सिंधिया से सामने आया है। इस मारपीट में दरात से भी हमला किया गया। जिसके चलते फौजी घायल हो गया। घायल ने अपने चाचा.चाची व उसके बेटों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत दी है। वहीं पुलिस ने शिकायत के आधार पर चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह भी पढ़ें: हिमाचल : विवाहिता से ससुराल में मारपीट, मायका पक्ष ने दर्ज करवाई शिकायत मारपीट पुलिस को दी शिकायत में फौजी राजेश कुमार ने बताया कि मेरे मकान के साथ ही मेरे चाचा राजकुमार का भी मकान है। उनके मकान का जाने वाली बिजली की तार (Electric Wire) मेरे मकान से होकर गुजरती है। जिसे हटाने या साईड से ले जाने को लेकर कई बार चाचा से बात की गई। लेकिन उन्होंने तार नहीं हटाई। फौजी ने बताया कि जब इस बारे में मैंने बीते रोज पंचायत प्रधान से बात की और वापस घर आया, तो

मन व्यवस्थित होगा…तभी चमक होगी

दीपावली पर्व (Diwali Festival)का दिन आ चुका हैं। घर के हर कोने में उजाला फैलाने से पहले, उन्हें चमकाने के काम पूरा हो चुका हैं। यह सालाना काम है। यकीन करो कि यह काम किसी के जीवन की सबसे बड़ी लगन है। सामान की छंटाई, मन की भी मदद करती है। कितनी ही बार भावनाएं आड़े आती हैं और फैसला करना मुश्किल हो जाता है। सामान के साथ तो ऐसा बार-बार होता है। सफाई के समय तय करना ही पड़ता है तो जिंदगी के लिए भी एक तर्जुबा हो जाता है। जो लक्ष्य इनसे हासिल होता है,वो अद्भुत है। साफ-सुथरा और व्यवस्थित यह शब्द ही बहुत प्रबल है, इनका स्थान घर के कोने-कोने में हो,तो मन पर असर करेगा और जीवन पर भी। तब यह सोच की राह में उलझने कम करेगा। हम जो बात यहां करने जा रहे हैं यही बातें नवरात्र पर भी कुछ-कुछ की थी,यहां अंतर यह है कि तब हम एक नई शुरुआत की बात कर रहे थे,आज उजाला फैलाने से पहले चमक की बात कर रहे हैं। बीते कुछ दिनों से हम जीवन के हर कोने में चमक लाने की कोशिश में जुटे रहे,क्या हम इस चमक को आज शाम तक बरकरार रख पाएंगे। जरूर,पर घर के अंदर ही अंदर,फिर बाहर क्यों नहीं। यहीं से यह प्रश्न खडा होता है कि जब हम घर की च