शिमला। सीमा ठाकुर एचआरटीसी (HRTC Seema Thakur) की बस हिमाचल से बाहर दौड़ाने वाली पहली महिला चालक बन गई हैं। बस चालक (Driver) बनने के बाद उनकी बड़ी तमन्ना थी कि वो भी एचआरटीसी के दूसरे पुरुष चालकों की तरह इंटरस्टेट रूट पर हिमाचल (Himachal) से बाहर भी बस दौड़ाए। अब सीमा ठाकुर का यह सपना पूरा हो गया, लेकिन सीमा (Seema) को यह सपना पूरा करने के लिए भी काफी जद्दोजहद करनी पड़ी और शायद उनकी यह जद्दोजहद अभी काफी लंबी चलेगी। यह हम नहीं कह रहे यह खुद सीमा ठाकुर की बातें कह रही हैं। यह भी पढ़ें: Himachal की पहली महिला चालक ने इंटरस्टेट दौड़ाई बस, कल दिल्ली का करेगी सफर सीमा ने चंडीगढ़ तक बस ले जाने का अनुभव साझा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कुछ ड्राइवर (Drivers) हमसे जलते हैं वो कुछ घंटे ही ड्यूटी करते हैं और फिर ताश खेलते हैं। उन्होंने कहा कि डीएम उन्हें सहयोग ना करें, क्योंकि रूल्स सभी के लिए बराबर हैं। दरअसल पत्रकारों ने जब सीमा से सवाल किया कि आप इस उपलब्धि का श्रेय किसे दोगे तो सीमा ने जवाब दिया कि मैं माता-पिता, अपने सीनियर, अड्डा इंजार्ज और इस बस के चालक जिन्होंने अपनी बस दी उन्ह